चंडीगढ़. पुलिस की टीमों ने आरोपियों की तलाश में पड़ोसी राज्यों में दबिश दी है. मीडिया रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आरपीजी से हमला करने के बाद दो युवक मोहाली छोड़ डेराबस्सी, अंबाला और दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश भागने में कामयाब रहे.पंजाब के डीजीपी वीके भवरा ने आरपीजी में टीएनटी (ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन) का इस्तेमाल करने का अंदेशा जताया है.हालांकि मामले में खालिस्तानी संगठनों की भूमिका के बारे में उन्होंने फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार किया है. पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किए गए एक रूसी रॉकेट लॉन्चर बरामद किया है. पुलिस को यह लॉन्चर विस्फोट स्थल से करीब 1 किमी दूर पुराने सोहाना रोड के पास स्थित एक भूखंड से मिला है. साथ ही पुलिस ने करीब 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा मोहाली ब्लास्ट का मास्टरमाइंड अपराधियों के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा
Previous Articleकर्नाटक में लाउडस्पीकर पर लगा बैन
Next Article जंगल की आग मचा रही तबाही